बीमा की दुनिया में एलआईसी (LIC) एक ऐसा नाम है जिस पर देश के हर कोने में लोग भरोसा करते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि LIC सिर्फ आम जनता ही नहीं, बल्कि हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) के लिए भी खास प्लान बनाता है?
आज हम बात कर रहे हैं LIC की जीवन शिरोमणि पॉलिसी की, जो उन लोगों के लिए बनाई गई है जो प्रीमियम भी ज़्यादा भर सकते हैं और प्रोटेक्शन व रिटर्न दोनों चाहते हैं।
🏆 यह पॉलिसी खास क्यों है?
LIC Jeevan Shiromani (प्लान संख्या 947) एक मनी–बैक और गैर–लिंक्ड जीवन बीमा योजना है, जिसका उद्देश्य है एक साथ बीमा सुरक्षा और समय-समय पर निश्चित रिटर्न देना।
यह पॉलिसी खासतौर पर उन लोगों के लिए डिज़ाइन की गई है जो हाई प्रीमियम भर सकते हैं और एक सुरक्षित, टैक्स-सेविंग इनवेस्टमेंट चाहते हैं।
🧾 पॉलिसी की मुख्य विशेषताएं
फीचर | विवरण |
पॉलिसी का नाम | जीवन शिरोमणि (प्लान संख्या 947) |
पॉलिसी का प्रकार | गारंटीड एडिशन, नॉन-लिंक्ड मनीबैक पॉलिसी |
कवर | न्यूनतम ₹1 करोड़ का सम एश्योर्ड |
अवधि | 14, 16, 18 और 20 वर्ष |
प्रीमियम पेमेंट टर्म | पॉलिसी टर्म से 4 साल कम |
एंट्री ऐज | 18 से 55 वर्ष |
मेच्योरिटी बेनिफिट | मनी-बैक + बोनस + गारंटीड एडिशन |
📅 पॉलिसी अवधि और प्रीमियम पेमेंट स्ट्रक्चर
विकल्प:
- 14 साल की पॉलिसी → प्रीमियम पेमेंट 10 साल
- 16 साल की पॉलिसी → प्रीमियम पेमेंट 12 साल
- 18 साल की पॉलिसी → प्रीमियम पेमेंट 14 साल
- 20 साल की पॉलिसी → प्रीमियम पेमेंट 16 साल
इसका मतलब यह है कि आप पॉलिसी की पूरी अवधि में केवल शुरुआत के सालों में ही प्रीमियम भरते हैं, उसके बाद बाकी समय मनीबैक और बोनस लेते हैं।
🧮 कैसे तय होता है सम एश्योर्ड?
इस योजना में न्यूनतम सम एश्योर्ड ₹1 करोड़ है। इसका मतलब यह है कि आप इससे कम का बीमा नहीं ले सकते।
सम एश्योर्ड का कोई ऊपरी लिमिट नहीं है, यानी आप जितना चाहें उतना बीमा ले सकते हैं, बशर्ते आपकी इनकम और हेल्थ एलआईसी के मानदंडों के अनुसार हो।
💵 मनी-बैक बेनिफिट्स: पॉलिसी में आने वाले पैसे
पॉलिसी धारक को मेच्योरिटी से पहले ही मनीबैक मिलने लगता है। उदाहरण के तौर पर अगर आपने 20 साल की पॉलिसी ली है, तो 14वें साल से ही आपको रिटर्न मिलना शुरू हो जाएगा।
20 साल की योजना में:
- 14वें, 16वें और 18वें साल में – सम एश्योर्ड का 15-15% मिलेगा
- 20वें साल में – बचे हुए 55% + बोनस + गारंटीड एडिशन
इस तरह यह योजना लंबी अवधि में नियमित इनकम का ज़रिया भी बन जाती है।
🛡️ डेथ बेनिफिट्स: परिवार को सुरक्षा
अगर पॉलिसी टर्म के दौरान पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नामित व्यक्ति को दो विकल्पों में से ज्यादा राशि मिलती है:
- 125% × बेस सम एश्योर्ड
- 7 × सालाना प्रीमियम
साथ ही जो भी गारंटीड एडिशन और बोनस जमा हुए होंगे, वो भी इस राशि में जोड़ दिए जाते हैं।
🧠 गारंटीड एडिशन: हर साल जुड़ता लाभ
यह पॉलिसी एक यूनिक फीचर देती है—गारंटीड एडिशन, जो हर साल ₹50 प्रति हजार सम एश्योर्ड के हिसाब से जुड़ता है पहले 5 वर्षों तक। इसके बाद यह बोनस में तब्दील हो जाता है।
उदाहरण के लिए, अगर आपकी सम एश्योर्ड ₹1 करोड़ है, तो हर साल ₹5 लाख गारंटीड एडिशन जुड़ता रहेगा शुरुआती 5 सालों तक।
📈 बोनस क्या होता है?
5 साल पूरे होने के बाद LIC इस पॉलिसी में लाभांश (बोनस) जोड़ता है, जो उसके सालाना मुनाफे पर निर्भर करता है। यह नॉन-गारंटीड होता है लेकिन लंबे समय में यह रिटर्न को काफी बढ़ा देता है।
🔁 लोन सुविधा
अगर आपने कम से कम दो साल तक प्रीमियम भरा है तो आप इस पॉलिसी पर लोन भी ले सकते हैं। पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू के अनुसार आपको 80-90% तक लोन मिल सकता है।
इसमें ब्याज़ दर LIC समय-समय पर तय करता है।
💰 टैक्स बेनिफिट्स
- धारा 80C के तहत प्रीमियम पर टैक्स छूट (अधिकतम ₹1.5 लाख तक)
- धारा 10(10D) के तहत मैच्योरिटी राशि टैक्स फ्री (कुछ शर्तों के तहत)
ये फायदे इसे इन्वेस्टमेंट + इंश्योरेंस दोनों का बेहतरीन कॉम्बिनेशन बनाते हैं।
📌 अतिरिक्त राइडर विकल्प
- एक्सीडेंटल डेथ बेनिफिट
- डिसेबिलिटी बेनिफिट
- टर्म राइडर
- क्रिटिकल इलनेस कवर (25 बीमारियों तक)
इन राइडर्स को आप चाहें तो प्रीमियम बढ़ाकर शामिल कर सकते हैं।
🔍 कब लेनी चाहिए ये पॉलिसी?
यह योजना उन लोगों के लिए ज़्यादा उपयुक्त है:
- जो हाई इनकम ग्रुप में आते हैं (HNIs)
- जिन्हें एक साथ बीमा, निवेश और गारंटीड इनकम चाहिए
- जो लंबी अवधि के लिए पैसे सुरक्षित करना चाहते हैं
- जिनका टैक्स स्लैब ऊँचा है और उन्हें टैक्स बचाना है
📎 पॉलिसी लेने से पहले ध्यान देने वाली बातें
- यह योजना हर किसी के लिए नहीं है—कम इनकम वाले लोगों के लिए इसकी प्रीमियम राशि बहुत ज़्यादा हो सकती है।
- गारंटीड एडिशन केवल पहले 5 सालों तक ही होता है, उसके बाद बोनस नॉन-गारंटीड होता है।
- अगर बीच में पॉलिसी बंद करते हैं तो सरेंडर वैल्यू कम होती है।